Over 10 mio. titler Fri fragt ved køb over 499,- Hurtig levering 30 dages retur

Mera Jeevan

- Keller, H: Mera Jeevan

Bog
  • Format
  • Bog, paperback
  • Hindi
  • 128 sider

Beskrivelse

वर्ष 1890 के वसंत में मैंने बोलना सीखा। मेरे अंदर हमेशा यह इच्छा उमड़ती रहती थी कि मैं श्रव्य ध्वनियाँ मुँह सेनिकाल सकूँ। मैँ एक हाथ अपने गले पर रखकर शोर किया करती थ्]ज्ञी और दूसे हाथ से अपने होंठों का चलना महसूस करती थी। मुझे शोर करनेवाली हर चीज पसंद थी और बिल्ली का घुरघुराना तथा कुत्ते का भौंकना मुझे अच्छा लगता था। मुझे अपना एक हाथ गायक के गले पर रखना भी अच्छा लगता था। अपनी दृष्]ट]ि और श्रवण-शक्]त]ि खोने से पहले मैं बात करना जल्दी सीखने लगी थी; लेकिन मेरी बीमारीक े बाद यह पता चला कि मेरा बोलना इसलिए बंद हो गया, क्योंकि मैं सुन नहीं सकती थी। मैं सारे-सारे दिन अपनी माँ की गोद में बैठी रहती थी और अपना हाथ माँ के चेहरे पर रखे रहती थी, क्योंकि उसके होंठों की क्रिया को महसूस करने में मुझे आनंद आता था और मैं अपने होंठ भी हिलाती थी; हालाँकि मैं भूल चुकी थी कि बात करना क्या होता है। -इसी आत्मकथा से हेलन कीलर इस रूप में प्रेरणाप्रद हैं कि बोल-सुन-देख न पाने के बावजूद उन्होंने अद]्भुत जिजीविषा, लगन, परिश्रम व साहस के बल पर जीवन जिया-एक सार्थक जीवन। और विश्]व को दिखा दिया कि शारीरिक अक्षमता होते हुए भी व्यक्]त]ि अगर ठान ले तो चुनौतीपूर्ण जीवन भी आसानी से जि

Læs hele beskrivelsen
Detaljer
  • SprogHindi
  • Sidetal128
  • Udgivelsesdato02-01-2021
  • ISBN139789350483282
  • Forlag PRABHAT PRAKASHAN PVT LTD
  • FormatPaperback
  • Udgave0
Størrelse og vægt
  • Vægt172 g
  • Dybde0,7 cm
  • coffee cup img
    10 cm
    book img
    14 cm
    21,6 cm

    Findes i disse kategorier...

    Se andre, der handler om...

    Machine Name: SAXO082