Du er ikke logget ind
Beskrivelse
'सिंहासन खाली है' जैसे चर्चित नाटक के लेखक और 'बीबी नातियों वाली' जैसे लोकप्रिय दूरदर्शन धारावाहिक के निर्माता - निर्देशक सुशील कुमार सिंह की पहचान एक बेबाक और बोल्ड नाटककार के तौर पर है । 3 नवम्बर 1946 को कानपुर में जन्मे सुशील जी ने कानपुर विश्वविद्यालय से बी.एस.सी. तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली से नाट्य निर्देशन और भारतीय फिल्म एवं टेलीविज़न संस्थान, पुणे से फिल्म एवं टीवी निर्माण - निर्देशन का प्रशिक्षण प्राप्त कर रंगमंच तथा टेलीविज़न दोनो विधाओं के लिये समानरूप से श्रेष्ठ रचनात्मक कार्य किया । इनके नाटकों का न केवल देश भर में मंचन होता है बल्कि कई नाटक विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में भी हैं । कई भाषाओं में अनुवाद हुए, पुरस्कृत हुए, अनेक शोधार्थियों ने शोध भी किये, अकेले 'सिंहासन खाली है' के पाँच हजार से अधिक प्रदर्शन होचुके हैं । प्रकाशित नाटक हैं - आचार्य रामानुज, बापू की हत्या हजारवीं बार, अंधेरे के राही, सिंहासन खाली है, नागपाश, चार यारों की यार, गुड बाई स्वामी, बेबी तुम नादान, अलख आज़ादी की, नौलखिया दीवान, विश्व भ्रमण - एराउन्ड द वर्ल्ड और एक अभागी मौत उर्फ़ पराजित सत्य आदि । अनेक बाल नाट